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मै आँखे बन्द करता हु
तो तुम्हे देखता हु
मै आँखे खोल्ता हु
तो तुम्हे देख्ना चाहता हु
हर घरी हर पल
मेरे नैना बस मेरी
रानीको ढुन्ढती है
इसे प्यार कहु पागलपन
या मेरे दिलकी धड्कन
मेरे लिए एक हि बात है
आरे प्यार तो बहुत लोग करते है
लेकिन मेरे जैसा प्यार
कोइ नही कर सकता है
क्यू कि किसीके पास तुम
जो नही मै तुम्हे हमेसा प्यार करुङ्गा
मरते दम तक प्यार करुङ्गा
और उसके बाध भी मै तुमसे यित्नी
मोहब्बत करुङ्गा मुझे छोरके मत जाना ।
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__✍ जय राय
स्थान :- जनकपुर उप-महानगरपालिका-१४, मुजेलिया ।